बंद करना

    प्राचार्य

    आजकल शिक्षण व्यवसाय एक असामान्य दौर से गुजर रहा है। पहले शिक्षक और शिक्षा प्राप्त करने वाले के बीच कोई मध्यस्थता नहीं होती थी। और शिक्षा प्राप्त करने वाले के पास सीखने के क्षेत्र में दूसरी राय लेने का कोई विकल्प नहीं था। लेकिन वर्तमान परिदृश्य में असली दुश्मन इंटरनेट और मीडिया है, जो इस युवा पीढ़ी को नियंत्रित करने वाले अंडरवर्ल्ड के रूप में माने जाते हैं। चाहे रोजगार हो या न हो, स्मार्ट फोन हो, अगली रोटी हो या न हो, बातचीत का मूल्य और डेटा हो। भविष्य को आकार देने और साथी नागरिकों की मदद करने के मामले में युवा दिमागों में इन वर्षों में प्राथमिकताएँ बदल गई हैं।

    तकनीकी प्रगति और जानकारी एकत्र करने के मामले में यह युवा पीढ़ी बहुत विशेषाधिकार प्राप्त है। साथ ही स्वार्थी स्वभाव भी पनप रहा है। पूरी व्यवस्था इस तरह से तैयार और तैयार की गई है कि आने वाली पीढ़ी के लिए सभी समृद्ध और शांतिपूर्ण वातावरण सीमित हो। चाहे वह स्वच्छ हवा हो, प्राकृतिक संसाधन हों, पक्षी हों, जानवर हों, वनस्पतियाँ और जीव-जंतु हों।

    हम अपनी सभी गतिविधियों को इस तरह आगे बढ़ाते हैं जैसे कि हम अनंत काल तक जीने वाले हैं और कोई भी पीढ़ी इस दुनिया में रहने वाली नहीं है। आइए हम भविष्य की पीढ़ी के लिए अपनी इच्छाओं को सीमित करना सीखें, अपने लिए रसायनों और गैजेट्स के दुरुपयोग से बचें। दूसरों की समस्याओं को समझने और बेहतर तरीके से समझने के लिए उनके जूते में जाने की मानसिकता को फिर से जगाएँ। मेरा राष्ट्र पहले हो, जाति दूसरे, जातीयता तीसरे और मेरा धर्म सबसे कम और सबसे कम हो। जय हिंद।